Dinosaur Extinction: Story Behind the Mystery/ डायनासॉर की समाप्ति का रहस्य

Dinosaur Extinction: Story Behind The Mystery/ डायनासॉर की समाप्ति का रहस्य

डायनासोर्स: पृथ्वी के प्राचीन शासक

डायनासोर्स, पृथ्वी के ऐतिहासिक जीवों में से एक हैं, जिनकी कहानी करीब 230 मिलियन वर्ष पहले शुरू होती है। वे अपने आकार और पृथ्वी पर अपने अधिकार के लिए प्रसिद्ध थे। लेकिन फिर क्या हुआ जिसके कारण डायनासोर्स समाप्त हो गए? आइए इस रहस्य को एक नए प्रकार से समझते हैं, ऐसे भाषा में जिसे आम लोग आसानी से समझ सकें ।

डायनासोर्स का युग:

डायनासोर्स प्राचीन काल में आए थे, लगभग 230 मिलियन वर्ष पहले, जब पृथ्वी का इतिहास शुरू हुआ था। वे करोड़ों वर्षों तक विकसित हुए और धीरे-धीरे पृथ्वी पर अपना राज किया। इस शानदार युग को हम तीन भागों में विभाजित कर सकते हैं: त्राइसेरा, जुरासिक, और क्रीटेशस युग।

Dinosaur Extinction
Dinosaur Skeleton

डायनासोर्स की समाप्ति का कारण:

डायनासोर्स की समाप्ति के पीछे कई सिद्धांत हैं, लेकिन सबसे स्वीकृत सिद्धांत है “एस्टरॉयड टकराव सिद्धांत”।

1. एस्टरॉयड टकराव:

लगभग 65 मिलियन वर्ष पहले, क्रीटेशस युग के दौरान, एक विशाल एस्टरॉयड, जिसका अनुमानित व्यास लगभग 6 मील (10 किलोमीटर) हो, बड़ी तेजी से पृथ्वी की ओर आ रहा था। जब वह अदृश्य ग्रंथिक के रूप में पृथ्वी के पास पहुंचा, तो उसका टकराव पृथ्वी को बहुत अधिक बदल दिया। एस्टरॉयड का गिरने से हुई भरपूर ऊर्जा उत्सर्जन हुआ, जिसका बराबरी करने के लिए अरबों के परमाणु बमों की तरह था। इस प्राकृतिक घटना के परिणामस्वरूप, बड़ी आगें, भूकंप, और सुनामियों का आगमन हुआ। आसमान में धूल और कचरे की बढ़ती गति के कारण सूरज के प्रकाश को महीनों, यदि नहीं वर्षों, के लिए बंद कर दिया। इसके परिणामस्वरूप तापमान में भी भारी गिरावट हुई – एक “परमाणु गर्मी”।

2. पर्यावरणिक प्रलय:

इस टकराव के परिणामस्वरूप, पृथ्वी पर सभी जीवों के लिए पर्यावरणिक प्रलय हुआ। अचानक के अंधकार और ठंडी के कारण पौधों को बढ़ावा देना बहुत मुश्किल हो गया। बिना पौधों के, वनस्पति-भक्षी डायनासोर्स खाने का सहारा खो गए, और जिबहर-भक्षी डायनासोर्सों को भी समस्या हुई। इस ख़राब समय के दौरान कई प्राणियों और पौधों की प्रजातियाँ लुप्त हो गईं।

3. डायनासोर्स का अंत:

इन सभी कारकों के संयोजन ने डायनासोर्स के बिना बहुत सारी प्रजातियों को भी पृथ्वी के चेहरे से गायब होने के लिए प्रेरित किया, जिसे कीट-त्वचा संघटन घटना के रूप में जाना जाता है।

एस्टरॉयड संघटन के प्रमाण:

वैज्ञानिकों ने एस्टरॉयड संघटन सिद्धांत को समर्थन देने के लिए कई प्रमाण पाए हैं, लेकिन चिक्सुलूब क्रेटर के पास एक प्राकृतिक प्रमाण है जो इस सिद्धांत को पुष्टि करता है।

चिक्सुलूब क्रेटर: युक्तराष्ट्र के मेक्सिको स्थित चिक्सुलूब क्रेटर, जो यहाँ परिपूर्ण हुआ, एक बड़े एस्टरॉयड संघटन के परिणामस्वरूप बना। इसका व्यास लगभग 93 मील (150 किलोमीटर) है और इसे एक समय में ही बड़ी ऊर्जा के साथ बन गया था। चिक्सुलूब क्रेटर का खोजने से वैज्ञानिकों ने एस्टरॉयड संघटन के साक्षात्कार का सबूत पाया है।

ईसोटोपिक डेटिंग: वैज्ञानिकों ने चिक्सुलूब क्रेटर की आयु का मापन किया और पाया कि यह लगभग 65 मिलियन वर्ष पहले ही बना था, जो कीट-त्वचा संघटन के समय के बहुत करीब है।

चिक्सुलूब क्रेटर के ग्लोबल प्रभाव: चिक्सुलूब क्रेटर के गिरने के परिणामस्वरूप वायुमंडल में धूल और कचरे की बढ़ती गति के कारण सूरज के प्रकाश को महीनों, यदि नहीं वर्षों, के लिए बंद कर दिया गया, जिसका तापमान में भी भारी गिरावट हुई।

समाप्ति के बाद का जीवन:

डायनासोर्स की समाप्ति के बाद, पृथ्वी पर नए जीवन के आगमन का समय आया। यह तबादला हुआ पर्यावरण नए जीवों के लिए अवसर प्रदान करता है, और इसका परिणाम है हमारे प्लैनेट पर आज दिखने वाले विविध जीवन का आगमन।

निष्कर्षण:

सरल शब्दों में, डायनासोर्स की समाप्ति होने का मुख्य कारण एक विशाल एस्टरॉयड का पृथ्वी से टकराव था, जिसके परिणामस्वरूप पृथ्वी पर पर्यावरणिक प्रलय हुआ और डायनासोर्स की समाप्ति हो गई। इस समय के बाद, पृथ्वी पर नए जीवों के आगमन का समय आया, जिससे हमारे प्लैनेट पर विविध जीवन का आगमन हुआ। यह एक महत्वपूर्ण घटना थी जिससे हमारी पृथ्वी का इतिहास परिपूर्ण हुआ और हमारे आसपास के पर्यावरण में बदलाव आया।

डायनासॉर
डायनासॉर

 

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